मेरा देश
मेरा देश
जहाँ होता सब धर्मों का मान,
ऐसा भारत देश महान।
तिरंगा है इसकी पहचान,
मेरे देश की अद्भुत शान।
वीरों की वह भूमि है,
ऋषियों की तपोभूमि हैं।
जहांँहहोता हर किसी का मान,
ऐसा भारत देश महान।
आओ तिरंगे का मान बढ़ाएं,
मुक्त गगन पर इसे फहराए।
आओ हम सब भारतवासी,
इसको हरदम नमन कर जाएं।
समय-समय पर अवतार है होता,
दुष्टों का विनाश है होता।
राम कृष्ण रहीम है आते,
एकता का पाठ पढ़ाते हैं।
गीता का हमें ज्ञान सुनाते,
वीरों की गाथाएं सुंदर।
मातृभूमि का प्यार है सुंदर,
रक्षा को रहते हैं तत्पर।
ऐसे है कितनी सेनानी
मातृभूमि पर शीश चढ़ाते,
आजादी के वह दीवाने।
लिखूं कैसे उनकी गाथाएं।
लेखनी मेरी नमन है करती,
शब्दों में ना लिख पाऊंँ,
अविरल है यह उनका प्यार,
कैसे उसको मैं कह पाऊंँ।
माटी का हम तिलक करें,
शहादत को उनकी नमन करें।
जिनके कारण चैन से सोते
उनके चरणों में वंदन करें।
रचनाकार ✍️
मधु अरोरा
ह
Shashank मणि Yadava 'सनम'
29-Sep-2022 06:32 AM
बहुत ही सुंदर सृजन,,,, जहांह को सही करें,,, फहराएं,,,,
Reply
Suryansh
29-Sep-2022 06:32 AM
बहुत ही उम्दा
Reply
Swati chourasia
20-Sep-2022 01:20 PM
Very nice
Reply